भिवंडी में टोरेंट पावर कंपनी के पक्षपातपूर्ण व्यवहार के खिलाफ MNS का हिंसक विरोध प्रदर्शन!
भिवंडी (संवाददाता) कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण देश की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। लॉकडाउन में जहां लोगों ने अपनी नौकरी खो दी हैं । आर्थिक स्थिति अभी भी जर्जर है। लॉक डाउन की टूटी हुई जनता उस समय और बिखर गई, जब उन्हें बिजली कंपनी से अत्यधिक बिल मिलना शुरू हुए। भिवंडी, जिसे महाराष्ट्र में मैनचेस्टर के रूप में भी जाना जाता है, मुंबई का निकटतम शहर है। यह शहर, जो पावरलूम उद्योग से जुड़ा हुआ है, कोरोना संकट और लॉकडाउन में कई साल पीछे चला गया है। इस शहर में बिजली का अनुबंध टोरेंट पावर लिमिटेड के हाथों में है। टोरेंट पावर कंपनी शुरू से ही जनता के खिलाफ पक्षपाती रही है। यहां टोरेंट कर्मचारी गुंडागर्दी पर उतर आते हैं। अतीत में इस संबंध में कई वीडियो वायरल हुए हैं। आज, गुरुवार, 7 जनवरी, 2021 को, मनसे कार्यकर्ताओं ने नारपोली में शंकर डाईंग के पास टोरेंट कार्यालय में तोड़फोड़ की और जम कर नारे लगाए। इस संबंध में प्राप्त विवरण के अनुसार, भिवंडी मनसे ने लॉकडाउन में बढ़े हुए बिजली के बिल को कम करने और उसे सुविधाजनक बनाने के लिए टोरेंट कंपनी से अनुरोध किया था। बार-बार याद दिलाने के बावजूद टोरेंट चुप था। लेकिन जब टॉरेंट ने लोगों के बिजली के मीटर काटना शुरू कर दिया, तो मनसे के कार्यकर्ता आग बबूला हो गए और आज नारपोली में टोरेंट के कार्यालय में पहुंच कर लाठि डंडो सेे जमकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके कारण टोरेंट कार्यालय में लगे कांच और फर्नीचर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सका। पुलिस जांच कर रही है।


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